तुम तन्हाई में मेरी तस्वीर चूमती हो क्या। तुझसे दूर जाने के बाद तन्हा तो हूँ लेकिन, गो मुझे एहसास-ए-तन्हाई रहा शिद्दत के साथ !! मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं तन्हाई की रातों में जब चाँद बार-बार https://youtu.be/Lug0ffByUck